पटना सिविल कोर्ट में आज दोपहर बाद एक भयानक हादसा हुआ। कोर्ट परिसर में लगा बिजली ट्रांसफार्मर ब्लास्ट हो गया, जिसमें एक वकील की मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) ले जाया गया।
घटना का विवरण:
जानकारी के अनुसार, घटना दोपहर करीब 2 बजे की है। जब कोर्ट में न्यायिक कार्य चल रहे थे, उसी दौरान कोर्ट परिसर में लगा ट्रांसफार्मर अचानक ब्लास्ट कर गया। धमाका इतना जोरदार था कि पूरा कोर्ट और आसपास का इलाका दहल गया। धमाके की वजह से अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और वकीलों ने झुलसे लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
मृतक और घायलों की पहचान:
मृतक वकील की पहचान 45 वर्षीय रवि कुमार के रूप में हुई है। वे पटना सिविल कोर्ट में पिछले 15 सालों से वकालत कर रहे थे। घायलों में दो वकील और एक कोर्ट कर्मी शामिल हैं। घायलों की पहचान 40 वर्षीय अमित कुमार, 35 वर्षीय सुनील कुमार और 50 वर्षीय रामेश्वर प्रसाद के रूप में हुई है। इनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल:
इस हादसे ने पटना सिविल कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वकीलों का कहना है कि कोर्ट परिसर में पुराने और जर्जर ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, जिनकी वजह से यह हादसा हुआ है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए।
यह घटना पटना सिविल कोर्ट में हुई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार यहां हादसे हो चुके हैं। इस हादसे ने एक बार फिर से पटना सिविल कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
पटना सिविल कोर्ट में हुए ट्रांसफार्मर ब्लास्ट से एक वकील की मौत और तीन लोगों के घायल होने की घटना निश्चित रूप से दुखद है। इस हादसे ने पटना सिविल कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना चाहिए।
आहत वकील समुदाय:
घटना के बाद पटना सिविल कोर्ट में वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा है। वकील संघ ने हादसे के लिए लापरवाहीपूर्ण रख-रखाव को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि कोर्ट परिसर में कई बार जर्जर ट्रांसफार्मर की शिकायत की गई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। वकील संघ ने घटना की न्यायिक जांच कराने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
अस्पताल में मातम:
पीएमसीएच में भर्ती घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। मृतक रवि कुमार के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। उनके निधन से परिवार में शोक का माहौल है। अस्पताल में परिजन और रिश्तेदार घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
आने वाले दिनों में सवाल:
यह हादसा न सिर्फ पटना सिविल कोर्ट बल्कि पूरे राज्य के सरकारी भवनों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने की जरूरत को रेखांकित करता है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर क्या कदम उठाता है। क्या पुराने ट्रांसफार्मरों को बदला जाएगा? क्या कोर्ट परिसर में आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले समय में मिलेंगे।