हाल ही में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में होली मनाने को लेकर छात्रों के दो गुटों में भिड़ंत हो गई। इस घटना में कई छात्र घायल हो गए। विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ छात्रों ने परिसर में होली खेलने की अनुमति मांगी, जबकि अन्य छात्रों ने इसका विरोध किया।
हिंदूवादी नेताओं ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया और आरोपी छात्रों की गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद पुलिस ने दर्जनों छात्रों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
एएमयू के छात्र नेताओं का आरोप है कि पुलिस ने कुछ छात्रों के घरों पर तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि जिन छात्रों पर आरोप लगाए गए हैं, वे गलत हैं। पुलिस द्वारा कड़े रुख अपनाने के विरोध में, एएमयू के छात्रों ने शुक्रवार को बाबे सैयद गेट को बंद करने की चेतावनी दी थी।
शुक्रवार को, छात्रों ने भारी संख्या में बाबे सैयद गेट पर जुमे की नमाज पढ़ी। नमाज के बाद, उन्होंने देश में शांति और फिलिस्तीन में मुसलमानों की सुरक्षा के लिए दुआ की। इसके बाद, दर्जनों छात्रों ने धार्मिक नारेबाजी करते हुए छात्रों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की। मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों की देखरेख में एएमयू के छात्र और प्रॉक्टर टीम एसएसपी से मिलने पहुंची। एसएसपी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब एएमयू के छात्र नेता विकास यादव ने अपने ही सहयोगी हिंदू छात्रों पर एएमयू का माहौल खराब करने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि एएमयू में हिंदू और मुस्लिम दोनों लोग मिलजुलकर रहते हैं। सभी होली, दीपावली और ईद मनाते हैं। लेकिन कुछ छात्रों द्वारा नेतागिरी करने के शौक में एएमयू का माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है।
प्रॉक्टर वसीम अली ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को हुई घटना को लेकर छात्रों ने एसएसपी अलीगढ़ से बातचीत की है। एसएसपी ने छात्रों को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही छात्रों की मांगों को पूरा किया जाएगा। प्रॉक्टर ने यह भी कहा कि बाबे सैयद गेट पर पढ़ी गई नमाज की जांच पड़ताल की जाएगी और होली विवाद की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
यह घटना एएमयू में बढ़ते धार्मिक विभाजन की ओर इशारा करती है। यह देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है और छात्रों के बीच शांति और सद्भाव कैसे बहाल करता है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में होली विवाद ने तूल पकड़ लिया है, जिसके चलते हिंदूवादी नेताओं के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कथित रूप से कुछ छात्रों के घरों में तोड़फोड़ कर दर्जनों पर मुकदमा दर्ज कर लिया. इस कार्रवाई के विरोध में एएमयू छात्रों ने बाबे सैयद गेट बंद करने की चेतावनी दी और वहां जुमे की नमाज के बाद देश में शांति और फिलिस्तीन में मुसलमानों की सुरक्षा के लिए दुआ की. साथ ही धार्मिक नारे लगाते हुए दर्ज मुकदमे वापसी की मांग की. वहीं, एएमयू के छात्र नेता विकास यादव ने इस पूरे विवाद में एक नया मोड़ ला दिया है. उनका कहना है कि एएमयू में हमेशा से हिंदू-मुस्लिम एकता रही है और सभी त्योहार मिलजुलकर मनाते हैं. कुछ छात्र सिर्फ नेतागिरी के चक्कर में माहौल खराब कर रहे हैं. प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि छात्रों की एसएसपी से बात हुई है और जल्द ही उनकी मांगों का समाधान होगा. बाबे सैयद गेट पर हुई नमाज की जांच होगी और होली विवाद की जांच पुलिस कर रही है. इस पूरे घटनाक्रम से एएमयू में धार्मिक विभाजन की आशंका गहरा गई है. ऐसे में यह देखना होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के बीच शांति और सद्भाव कैसे वापस लाता है.